प्रतिकूल ग्रह का अर्थ
[ pertikul garh ]
प्रतिकूल ग्रह उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वह ग्रह जो प्रतिकूल हो:"अपग्रह के प्रभाव से बचने के लिए उन्होंने विशेष रत्न जड़ित अँगूठी बनवाई है"
पर्याय: अपग्रह, प्रतिकूलग्रह, प्रतिकूल-ग्रह
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- प्रतिकूल ग्रह और नक्षत्र भी हो सकते हैं अनुकूल
- करके आप प्रतिकूल ग्रह को अनुकूल बना सकते हैं।
- प्रतिकूल ग्रह एक्स एलायंस marauders 4 , 432 आधार के पास बीटा क्षेत्र में देखा गया है.
- स तुला लग्न में जन्मे व्यक्ति के लिए गुरु , सूर्य और मंगल प्रतिकूल ग्रह हैं।
- कभी भी अशुभ या प्रतिकूल ग्रह का रत्न धारण न करें , उन्हें मंत्र जप या दान द्वारा शांत करें।
- यदि उन्हें जान लिया जाए तो कितने भी प्रतिकूल ग्रह हो , आसानी से उनके दुष्प्रभावों से रक्षा की जा सकती है।
- किसी प्रतिकूल ग्रह से संबंधित दान करना उचित है तथा किसी अनुकूल ग्रह से संबंधित रंग का प्रभाव बढ़ाना लाभदायक है।
- हमने अपने अध् ययन में पाया है कि आसमान में चल रहे प्रतिकूल ग्रह की खास स्थिति से दूर होते ही पुन : कोई न कोई उपाय निकलता है और वातावरण पूर्ववत हो जाता है।
- जैसे पंचवटी , हरिषंकरी , नवग्रह वाटिका , नक्षत्र वृक्ष , बुद्ध वाटिका आदि इन वृक्षों के स्थापना से जहाँ एक तरफ धार्मिक , आध्यात्मिक एवं स्वच्छ वातावरण निर्मित होता है , वहीं अपनें नक्षत्र / ग्रहों से सम्बन्धित पौधों के पूजन , वन्दन , सींचन आदि से प्रतिकूल ग्रह भी मित्रवत हो जातेे हैं।
- जन्म कुंडली में कोई भी प्रतिकूल ग्रह नीच या शत्रुक्षेत्रीय प्रभाव में होकर अनिष्टकारक हों , उनकी दशा-अंतर्दशा में अनिष्ट प्रभाव पड़ रहा हो या अनिष्ट की आशंका हो तो नवरात्र में देवी की पूजा-आराधना से सभी नौ ग्रह और बारह राशियों के प्रतिकूल प्रभाव शांत होकर घर में सुख , समृद्धि तथा शांति की प्राप्ति होती है।